गले लगाने की शायरी हिंदी में | Hug Shayari in Hindi
गले लगाने वाली शायरी हिंदी में: गले लगाना और गले मिलना एक खास और अनूठा एहसास होता है, जिसमें भावनाओं का एक संवाद होता है जो शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। यह दो लोगों के बीच एक अनदेखे प्रेम के प्रतीक का कार्य करता है। इस लेख में, हम आपको गले लगाने और गले मिलने की शायरी के कुछ बेहद दिलकश पंक्तियाँ पेश करने वाले हैं। जिसे आप प्यार करते हैं उसे गले मिलकर आपको काफी सुकून महसूस होता है जिसे शब्दों में बयां करना काफी कठिन है।
Hug Shayari in Hindi
एक ही तमन्ना,
एक ही आरजू,
बाँहों में पनाह में तेरे,
सारी जिंदगी गुज़ार दूँ।
कोई कहे इसे जादू की झप्पी,
कोई कहे इसे प्यार,
मौका है खूबसूरत,
आ गले लग जा मेरे प्यार।
दिल की एक ही ख्वाहिश है,
धड़कनों की एक ही इच्छा है,
की तुम मुझे अपनी बाहों में पनाह दे दो,
और मैं इनमे खो जाऊँ।
ख़ूबसूरत ये मोहब्बत में सज़ा दी उसने
फिर गले मिलके मेरी उम्र बढ़ा दी उसने।
तुम्हारी बाँहों में आकर हमें जन्नत मिल गयी सारी,
खुदा से बोल दूँ की अपनी जन्नत अपने पास ही रखे।
तुम गले मिले तो लगा ऐसे,
पिछले जन्म की बिछड़ी रूह मिली हो जैसे।
पागल कर दिया उसने, एक बार देखकर,
मै कुछ भी ना कर सका लगातार देखकर
एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर,
वो आ कर गले लगा ले, इजाज़त के बगैर।
बाहों के दरमियाँ अब दूरी न रहे
सीने से लगा लो कोई चाहत अधूरी न रहे।
दिल की एक ही ख्वाहिश है,
धड़कनों की एक ही इच्छा है,
की तुम मुझे अपनी बाहों में पनाह दे दो,
और मैं इनमे खो जाऊँ।
दिल का हाल जताएँ कैसे,
तेरे लबो को अपने लबो पे लगाएँ कैसे,
की बड़ा मुश्किल है तेरे बिना जीना,
दूर होकर तुझे गले लगाएँ कैसे?
गले मिलना न मिलना तो तेरी मर्ज़ी है
लेकिन तेरे चेहरे से लगता है तेरा दिल कर रहा है
दफ़्तर तक जाकर के वापस लौटा हूँ
गले लगाना भूल गया था तुमको मैं
ख़ूबसूरत ये मोहब्बत में सज़ा दी उसने
फिर गले मिलके मेरी उम्र बढ़ा दी उसने
गले से लगते ही जितने गिले थे भूल गए
वगर्ना याद थीं हम को शिकायतें क्या क्या
गले लगाने की शायरी हिंदी में
मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला
अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला
गले सब मिल रहे हैं उससे
हँस कर हमारा हक तो मारा जा रहा है
गले से लग कर तुम्हीं ज़माने पे राज़ खोलो
तुम्हारा होने की किसको किसको सफ़ाई देंगे
सिर्फ एक बार गले लगाकर,
मेरे दिल की धड़कन सुन
फिर लौटने का इरादा हम तुम पर छोड़ देंगे
हम को हमी से चुरा लो
दिल में कहीं तुम छुपा लो
हम अकेले न हो जाये
दूर तुमसे पास आओ गले से लगा लो
मुझे बाहों में बिखर जाने दो,
अपनी साँसो में महक जाने दो,
दिल मचलता है और सांस रुकती है,
अब तो सीने में आज मुझे उतर जाने दो।
बातों-बातों में दिल को ले जाते है,
बाग़-ए-दिल के सभी फूल खिल जाते है,
अदाओं से अपनी इस दिल को धड़काते हो,
लेकर बाहों में सारा जहाँ भुलाते हो।
लग जा गले ये रात फिर ना आएगी,
किस्मत भी शायद हमको फिर ना मिलाएगी,
बाकि है बस चँद सांसे इस दिल में,
रूह भी जाने कैसे तेरे बिन रह पाएगी।
मुबारक तेरा हाथ चाहती हूँ,
तेरा साथ चाहती हुँ,
बाहों में तेरी रहना में दिन रात चाहती हुँ,
बस यही वादा में तुमसे चाहती हूँ।
कोई कहे इससे जादू की झप्पी,
कोई कहे इसे प्यार,
मौका है खूबसूरत,
आ गले लग जा मेरे यार।
इतना ना तड़पाओ मेरे दिल को,
इतना ना सताओ मेरे बाहों को,
इतना ना छुपाओ तेरे प्यार को,
आग दोनो तरफ़ लगी है,
आओ ले लो मुझे अपनी बाहों में।
इकरार का करो तुम इशारा तो
मैं तुम्हें हग करने आ जाऊँगा,
तुम जब होगी मेरी बाहों में
मैं तो दुनिया ही पा जाऊँगा।
ये सर्द हवाएं कह रही है,
तुझे गले से लगा लूं,
छुप जाऊं तेरी बांहो में,
और दुनिया को भुला दूं।
हम को हमी से चुरा लो,
दिल में कही तुम छुपा लो,
हम अकेले हो ने जाये दूर तुमसे,
पास आओ गले से लगा लो।
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